

Caveat Petition – कैविएट एक लैटिन भाषा का शब्द है। और जिसका शाब्दिक अर्थ होता है चेतावनी देना , यह आंशका के समाधान का निरूपण करने में अदालत की कानूनी सक्षम कार्यवाही है।
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- 1 Caveat Petition – कैविएट एक लैटिन भाषा का शब्द है। और जिसका शाब्दिक अर्थ होता है चेतावनी देना , यह आंशका के समाधान का निरूपण करने में अदालत की कानूनी सक्षम कार्यवाही है।
- 2 कैविएट याचिका व लीगल नोटिस में क्या डिफरेंस है।|| What is the difference between caveat petition and legal notice
Caveat Petition in Hindi – जब आपको यह सम्भावना होती है की अमुख व्यक्ति मेरे खिलाफ किसी मामले में कानूनी कार्यवाही कर सकता है। और आपको किसी कारणवश आभास या ज्ञात हो जाता है। तो आप उसके खिलाफ कैविएट याचिका अदालत में दाखिल कर उसे कोर्ट में हाजिर कर पूछ सकते है। किसी भी विवादित बात का मामला का चुनाव करने से पहले एक सभ्य सुनवाई का रूप प्रदान करता है।
साल 1908 की सिटीजन प्रणाली कोड व भारत की 54 वी रिपोर्ट में कानून आयोग ने समर्थन किया तथा Section – 148A के अनुसार दर्ज किया गया। साल 1976 के CPS ACT – 104 द्वारा प्रस्तावित हुआ।
Caveat Petition in Hindi – कैविएट पिटीशन एक कानूनी शब्द है जिसका इस्तेमाल संयुक्त राज्य अमेरिका के अधिकांश न्यायालयों में किया जाता है। इसे “चेतावनी” के रूप में भी जाना जाता है। कैविएट शब्द लैटिन से आया है और इसका शाब्दिक अर्थ है “चेतावनी देना।” कैविएट याचिका एक अदालत में दायर की गई है जिसमें अनुरोध किया गया है कि धोखाधड़ी, दबाव, गलती, झूठे सबूत या अन्य गैरकानूनी साधनों सहित आधार पर मौजूदा निर्णय को अलग या संशोधित किया जाए।
कैविएट याचिका कानूनी सुरक्षा का एक रूप है जिसका उपयोग लेनदारों से संपत्ति की रक्षा के लिए किया जाता है।
यह उन लोगों के लिए कानूनी सुरक्षा है, जिन्हें अपनी संपत्ति खोने का खतरा है क्योंकि वे किसी अन्य व्यक्ति को पैसे देते हैं। यह अदालत द्वारा देनदार द्वारा दायर याचिका के आधार पर दी जा सकती है।
एक चेतावनी एक चेतावनी या सावधानी है, और इसका उपयोग कानून में भय के समाधान का प्रतिनिधित्व करने के लिए किया जाता है।
एक कैविएट याचिका चेतावनी में क्या शामिल होता है। || What Does a Caveat Petition Alert Contain?
(Caveat Petition )< सबसे पहले कैविएटर का नाम व स्थान तथा वह जो कैविएट दर्ज करता है।
< जिस व्यक्ति ने पंजीकृत व्यक्ति कैविएट का नाम उसका पता तथा आपकी किसी संपत्ति में रूचि रखने वाले पक्षकार
< आपने कैविएटर द्वारा वाद , दावा पेश किया जिस आधार पर किया उसका ब्याज
< एक कैविएट को कैविएटर या उसकी तरफ से वकील द्वारा प्रमाणित ( साइन ) किया होना चाहिए।
कैविएट याचिका का टाइम पीरियड कितना होता है। || What is the time period for caveat petition?
Caveat Petition in Hindi – एक कैविएट याचिका का वक्त लगभग 3 महीने के लिए सुचारु रूप से लागू रहता है। और इस टाइम पीरियड के वक्त प्रतिवादी पक्ष द्वारा कोई अन्य मामला दायर नहीं किया जाता है फिर आपको पुनः याचिका कोर्ट में सबमिट करनी होती है।
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कैविएट याचिका के बेनिफिट क्या है। || What are the benefits of a caveat petition?
( Caveat Petition )
* जब आप अपने मामलों व फैक्ट के अनुसार एक गुड वकील की पहचान होना।
* आप जब कैविएट याचिका कोर्ट में जमा करते वक्त एक दस्तावेजों की सूची तैयार करना।
* आपका चुना हुआ एडवोकेट एक कैविएट का आवेदन कितना बढ़िया बनाता है जो राहत प्रदान कर सके।
* एक कैविएट याचिका में क्या अपडेट हुए इसकी जानकारी आपको वकील के माध्यम से मिलती रहेगी।
* आप अपनी कैविएट याचिका का आवेदन बिना किसी इशू के दायर कर सकते है।
कैविएट याचिका के लिए जरुरी दस्तावेज क्या है।
( Caveat Petition in Hindi )
* एक कैविएट सूचकांक
* एक कैविएट दाखिल फॉर्म वकील द्वारा प्रमाणित
* कैविएट में इशू टाईटल व केस नंबर
* कैविएट में वह न्यायलय जिसके नाम से अपील की गई है।
* सिविल वादों में अधिकृत न्याय शुल्क
* एक वकालतनामा व साथ में मेमो ऑफ़ अप्रियंस
* कैविएटर आई डी प्रूफ आदि
कैविएट याचिका व लीगल नोटिस में क्या डिफरेंस है।|| What is the difference between caveat petition and legal notice
Caveat Petition in Hindi – कैविएट याचिका को एक सिविल प्रक्रिया संहिता -1908 की Section – 148A के अनुसार बताया गया है। कैविट याचिका को एक एहतियाती तरीके के रूप में परिभाषित किया गया है जो एक व्यक्ति या वकील के द्वारा लिया जाता है और जो एक बड़ा भय या घबराहट उत्पन्न रखता है कि उसके खिलाफ कुछ या अन्य बड़ा मामला कोर्ट में दायर किया जाएगा। और किसी भी तरीके से संबंधित कानून की। कैवेट आम तौर पर एक लैटिन भाषा वाक्यांश है जिसका अर्थ है ‘एक व्यक्ति को सावधान या सचेत रहने दें’।
Legal Notice – लीगल नोटिस जो सिविल प्रक्रिया संहिता – 1908 की Section – 80 के अनुसार एक कानूनी नोटिस दायर किया जाता है व यह केवल दीवानी मामलों में दायर किया जाता है। और इन सभी कानूनी कार्रवाई केवल नोटिस के बाद की जा सकती है, तथा जो व्यक्ति या इकाई द्वारा न्यायलय में ले जाने की इच्छा पर दी गई हो।
यह केवल एक कानूनी प्रक्रिया है जो न्यायलय में मामला होने को वैध बनाती है। जो कानूनी नोटिस भेजा जाता है उसे एक वैध कानूनी नोटिस के रूप में जाना जाता है। इसलिए एक कानूनी नोटिस मूल रूप से किसी व्यक्ति या संस्था के लिए एक आधिकारिक संचार का माध्यम है और जो दूसरे पक्ष को उनके खिलाफ कानूनी कार्यवाही करने के इच्छा से सूचित करता है। , ( Caveat Petition in Hindi )