

Streedhan Kya hai – लड़की की शादी के समय सभी दिए उपहारों पर लड़की का अधिकार होता है। और इन उपहारों को कोई जबरदस्ती अधिकर क्षेत्र में नहीं रख सकता है। इसी को कानूनी भाषा में स्त्रीधन कहते है।
स्त्रीधन के अन्तर्गत माता – पिता , सगे सम्बधी नातेदार , आदि यह उपहार वर पक्ष व वधू पक्ष दोनों में से कोई भी दे सकता है।
स्त्रीधन में लड़की को जवैलरी , कलाकृति , मकान , दुकान , जमीन , मोटरसिकिल , आदि वस्तुओं को दिया जाता है। और समाज के सभी वर्ग अपनी हैसियत अनुसार लड़की प्रदान करते है।
Streedhan Kya Hai – महिला के इच्छा के बिना कोई उसके स्त्रीधन का उपयोग करें या अपने पास जब्त कर लेता है। उसके खिलाफ ( SECTION – 14 ) के अन्तर्गत में हिन्दू उत्तराधिकार अधिनियम – 1956 में कानूनी कार्यवाही होती है।
Streedhan Kya hai – आपके मन में सवाल आ रहा होगा की यह सब बाते कॉमन है। और कानून में इन सब बातों की क्या विशेस्ता है। इस बात का अर्थ है की लड़के पक्ष व लड़की पक्ष के लोगो में किसी भी बात को लेकर विवाद शुरू हो जाता है। और बात महिला के तलाक तक पहुँच जाती है। और रूपए तथा सामान को लेने – देने पर विवाद की स्थिति कोर्ट तक ले जाती है।
सुप्रीम कोर्ट जजमेंट – पूजा अभिषेक बनाम गुजरात राज्य व अन्य 25 अप्रैल – 2014
Streedhan Kya hai – आज के समय में महिलाओं के अधिकारों में भारतीय कानून ने अधिक इजाफा किया है। भारतीय महिलाए अपने अधिकारों को नहीं जानती है। जिस कारण उन्हें कई समस्याओं का सामना करना होता है। जैसे – घरेलू हिंसा , मारपीट , यौन उत्पीड़न से क्षति , जमीन – जायदाद से सम्बन्धित मामले , दहेज प्रताड़ना आदि
महिलाएँ अपने स्त्रीधन की सुरक्षा कैसे करें ?
- लड़की अपने सभी स्त्रीधन की एक सम्मिलित सूची बनाए। सूची इस प्रकार हो जिसे विभिन्न भागो में बाटा जाए जैसे – नकद सामान , सास – ससुर द्वारा प्राप्त सामान आदि
- आप अपने स्त्रीधन को इस प्रकार मैनेज करें की उसे सँभालने में आपको कोई दिक्कत न आए। जैसे – आपका बैंक लॉकर या जॉइन खाता व इसमें किसी और का हस्त्क्षेप न हो।
- आप अपने स्त्रीधन का कोई हिस्सा उसे न दे जिस पर आपको विश्वास नहीं है। क्योंकि स्त्रीधन पर अधिकार आप ही का है।
- आपके पति व पति के पारिवारिक सदस्य आपका स्त्रीधन आपसे हड़पना चाहते है। और उसके लिए डराना – धमकाना , मारपीट करते है। आप घबराए नहीं आप ( घरेलू हिँसा अधिनियम – 2005 ) के अन्तर्गत शिकायत लिखवा सकती है। आप SECTION – 498 A ) के अनुसार भी केस दर्ज कर सकती है।
Streedhan Kya Hai – स्त्रीधन से जुड़े बहुत से पहलू होते है। तथा आपको इसे विस्तार से समझना चाहिए और महिलाओं में अपने अधिकारों के प्रति जागरूकता की कमी है जिस कारण वह घरेलू हिँसा व दहेज आदि मामले सामने आते है।
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Streedhan Kitne Prakar Ke Hote Hai ?
Streedhan Kya Hai – सीनियर अधिवक्ता पूनम कौशिक जी High Court , Delhi से इस विषय में बातचीत हुई है। और उनकी जानकारी के अनुसार कानून में मिताक्षरा विधि को अपनाया गया है। जिसकी व्याख्या यञलव्य जी ने कही है।धर्मशास्त्रों के अनुसार ( 6 प्रकार ) के स्त्रीधन को सम्मिलित किया गया है।
( 1 ) कन्या के विवाह के समय दिया गया कन्या को स्त्रीधन
( 2 ) कन्या के विदाई के समय दिया गया कन्या को स्त्रीधन
( 3 ) पत्नी को पति से मिला स्त्रीधन
( 4 ) भाई या बहन से मिला स्त्रीधन
( 5 ) माता – पिता द्वारा मिला स्त्रीधन
( 6 ) लड़की पक्ष व लड़के पक्ष के सगे – सम्बन्धियों द्वारा प्राप्त आदि स्त्रीधन वस्तुए शामिल है।

Streedhan Kya Hai – सुप्रीम ने एक प्रमुख वाद में कृष्ण भट्टाचार्य V/S सारथी Other 2015 के वाद में निर्णय दिया की पति के साथ न रहने पर भी स्त्रीधन पर पत्नी का हक़ है। पति – पत्नी में विवाद चल रहा है और पत्नी अपने माता – पिता के घर में रहने लगी है। तथा पति व पति के परिवार के सदस्य पत्नी का स्त्रीधन देने से मना करते है। इसके लिए आप ( IPC – SECTION – 406 ) में विश्वास घात पहुंचाने व तोड़ने के में जुर्म में सजा दिलवा सकते है।
Streedhan Kya Hai – लड़के पक्ष के परिवार वाले शादी के समय या रिश्ता तय होने के समय या बाद में आपसे किसी भी प्रकार की डिमांड की जाती है। वह विचार दहेज का रूप धारण कर लेता है। और दहेज लेना व देना अपराध की श्रेणी में आता है। और इसके लिए आप इंडियन पीनल कोड की धारा – 498 A , तथा दहेज प्रतिषेध अधिनियम – 1961 के अनुसार – SECTION – 3 , 4 , में ( 3 वर्ष की जेल तथा 15 हजार रूपए का फाइन देना होता है। )